भाव :-बुद्धिमान मनुष्य भोजन की चिंता न करे केवल धर्म का ही चिंतन करे। यह निश्चय है कि मनुष्यों का आहार जन्म के साथ -साथ पैदा होता है।
Pandit Joshi
भाव :-बुद्धिमान मनुष्य भोजन की चिंता न करे केवल धर्म का ही चिंतन करे। यह निश्चय है कि मनुष्यों का आहार जन्म के साथ -साथ पैदा होता है।